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दिनांक 10 फरवरी 2025 को श्री विश्वकर्मा पंचायत मंदिर रायगंज (उत्तरी), गोरखपुर में प्रथम स्थापना दिवस का आयोजन

मंगलवार, 10 अगस्त 2021

आरती विराट विश्वकर्मा भगवान की


ओ3म् जय विश्वकर्मा प्रभु जय विश्वकर्मा । 

शरण तुम्हारी आये हैं, रक्षक श्रुति धर्मा ।।


उमा भवानी शंकर भोले, शरण तुम्हारी आये । 

कुंज बिहारी कृष्ण योगी, दर्शन करने धाये 1।


सृष्टि धर्ता पालन कर्ता, ज्ञान विकास किया । 

धनुष बना छिन माहिं तुमने, शिवाजी हाथ दिया ।।


आठ द्वीप नौ खण्ड स्वामी, चौदह भुवन बनायें । 

पंचानन करतार जगत के, देख सन्त हर्षाये ।।


शेष शारदा नारद आदि देवन की करी सहाई । 

दुर्गा इन्द्र सीया राम ने निज मुख गाथा गाई ।।


ब्रह्म विष्णु विश्वकर्मा तूं शक्ति रुपा। 

जगहितकारी सकंट हारी, तुम जग के भूपा ।।


ज्ञान विज्ञान निधि दाता त्वष्टा भुवन पति । 

अवतार धार के स्वामी तुमने जग में कियो गति ।।


मनु मय त्वष्टा पाँच तनय, ज्ञान शिल्प दाता । 

शिल्प विधा का आदि युग में, तुम सम को ज्ञाता ।।


मन भावन पावन रूप स्वामी ऋषियों ने जाना । 

पीत वसन तन सोहे स्वामी, मुक्ति पद बाना ।।


विश्वकर्मा परम गुरु की जो कोई आरती गावै ।

विश्वप्रताप सन्ताप मिटै, घर सम्पत आवै ।।

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